कबीर पन्थ वाक्य
उच्चारण: [ kebir penth ]
उदाहरण वाक्य
- सगुण परमेश्वर ' ग़रज सब ही कुछ मौजूद है, अपनी अन्तिम अवस्था में वह एक नए धर्म कबीर पन्थ के संस्थापक बने।
- वास्तव में जातियां भारतीय मन मस्तिष्क और खून में बसी हुई है यही कारण है कि चाहे जो भी धर्म / सम्प्रदाय या पन्थ भारत में विकसित हुआ या भारत पहुंचा जातियों से मुक्त नही रह सका है.उदहारण के लिए इस्लाम,सिक्ख,जैन,बौद्ध,या कबीर पन्थ को देख सकते है.जिन धर्म या सम्प्रदायों की नीव ही जातिवाद और असमानता के खिलाफ राखी गई उन्ही धर्मो में आज जातिवाद फल फूल रहा है.यह अकारण या स्वमेव नही हो सकता.डा.अम्बेडकर धर्म परिवर्तन के बाद मात्र ५३ दिन जीवित रहे यही कारण है कि वे भी बाद के परिणामो का अध्यन नही कर सके.